Rajeev Yuva Mitan Club: कांग्रेस सरकार में शुरू हुई योजना को BJP ने किया बंद, जारी की गई राशि हो रहा ऑडिट

Mahasamund : छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के द्वारा राजीव युवा मितान क्लब की शुरूआत की गई थी। सरकार बदलते ही यह योजना भी वर्तमान भाजपा सरकार के द्वारा न केवल बंद की गई, बल्कि इसके तहत जारी किए गए करोड़ों रुपये की राशि का अब ऑडिट भी कराया जा रहा है। इसे लेकर महासमुंद में भाजपा-कांग्रेस में जमकर सियासत देखने को मिल रही है। भाजपा इसे भ्रष्टाचार की योजना बता रही है तो वहीं कांग्रेस जैसी पार्टी वैसी उसकी सोच का बयान देती नजर आ रही है।

कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में चलाए जा रहे राजीव युवा मितान क्लब योजना के बंद होने के बाद अब बनाए गए क्लबों के द्वारा किये गए खर्च राशि का ऑडिट कराया जा रहा है। इसके साथ ही क्लबों के खातों को सीज कर शेष राशि की वसूली भी की जा रही है। जो क्लब खर्च किए गए राशि के बिल पेश नहीं कर रहे और ऑडिट नहीं करा रहे हैं उन्हें नोटिस भी जारी किया जा रहा है।

महासमुंद में खेल एवं युवा कल्याण विभाग के द्वारा कुल 582 क्लब बनाये गए थे। सामाजिक, सांस्कृतिक, खेल एवं अन्य गतिविधियों के लिए इन क्लबों को एक साल में 5 करोड़ 82 लाख की राशि का वितरण किया गया था। वर्ष 2022-23 और 23 24 में इन क्लबों में राशि वितरण किया गया, लेकिन पूर्व सरकार में दो सालों तक खर्च की गई राशि का कोई ऑडिट या हिसाब नहीं लिया गया था।

छत्तीसगढ़ में सरकार के बदलते ही अब न केवल इस योजना को बंद किया गया है, बल्कि खर्च की गई राशि की ऑडिट भी शुरू कर दिया गया है। जिले के बसना ब्लॉक में करीब 6 लाख की राशि वापस ली गई है तो वही महासमुंद, बागबाहरा, पिथौरा और सरायपाली ब्लॉक से 20 लाख से अधिक की राशि की वापसी होनी अभी बाकी है। जिसकी प्रक्रिया लगातार की जा रही है। महासमुंद शहर में नगर पालिका सीएमओ ने नगरी निकाय के सभी क्लबों को राशि वापसी करने और खाते का ऑडिट करने के लिए नोटिस भी जारी किया है।

पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा ने जहां इस योजना को खाओ पियो योजना बताते हुए भ्रष्टाचार का एक पहलू होने का आरोप लगाया है। डॉ. विमल चोपड़ा का कहना है कि केवल 10% की राशि अन्य गतिविधियों में खर्च की गई थी। जबकि 90% की राशि कांग्रेस अपने कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने, कार्यकर्ताओं में दारू पार्टी करने के लिए खर्च की है। उन्होंने इस योजना पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि इस योजना का निर्माण और संचालन भी कांग्रेस के विधायकों के इशारों पर होता था।

वहीं, कांग्रेस के पूर्व विधायक विनोद चंद्राकर ने भाजपा के इस आरोप को अनर्गल बयानबाजी बताते हुए कहा कि जिसकी जैसी सोच होती है वह वैसा बात करते हैं। उन्होंने कहा कि जब योजना की शुरुआत की गई थी तो कांग्रेस सरकार की हम मनसा थी कि सामाजिक उत्थान हो, छत्तीसगढ़ की संस्कृति का उत्थान हो, छत्तीसगढ़िया खेलकूद को बढ़ावा मिले, युवाओं को आगे लाने की सोच भूपेश बघेल की थी, जो भाजपा को अब पच नहीं रहा है।

Rajeev Yuva Mitan Club: कांग्रेस सरकार में शुरू हुई योजना को BJP ने किया बंद, जारी की गई राशि हो रहा ऑडिट

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार ने कांग्रेस सरकार के समय चलाए जा रहे राजीव युवा मितान क्लबों के सभी खाते सीज कर दिए हैं। क्लबों के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों के लिए एक साल में 132 करोड़ रुपये की राशि खर्च की गई थी। योजना के तहत राज्य के सभी ग्राम पंचायतों एवं नगरीय निकायों में चरणबद्ध रूप से कुल 13,269 राजीव युवा मितान क्लब गठित किये गए थे। जिनके द्वारा अब खर्च किए गए राशि का ऑडिट की जा रही है। बहरहाल देखना यह होगा कि क्या वाकई इस योजना में भ्रष्टाचार निकलकर सामने आएगा, या फिर यह बातें केवल राजनीतिक बयानबाजी तक ही सीमित रह जाएगी।