कांग्रेस में शामिल होने से पहले विनेश फोगाट ने उठाया बड़ा कदम, छोड़ दी रेलवे की सरकारी नौकरी

कांग्रेस में शामिल होने से पहले विनेश फोगाट ने उठाया बड़ा कदम, छोड़ दी रेलवे की सरकारी नौकरी

हरियाणा: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है। चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियां अपने अपने क्षेत्र में प्रचार प्रसार तेज कर दिए हैं। इसी बीच चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को आज संजीवनी मिल सकती है। पहलवान विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया आज कांग्रेस जाॅइन करेंगे। कांग्रेस में शामिल होने से पहले विनेश फोगाट ने एक बड़ा ऐलान कर दिया है। विनेश फोगाट ने अपनी रेलवे की सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दी है। इस बात का ऐलान विनेश फोगाट ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स में की है।

उन्होंने अपने एक्स पर लिखा है कि ‘भारतीय रेलवे की सेवा मेरे जीवन का एक यादगार और गौरवपूर्ण समय रहा है। जीवन के इस मोड़ पर मैंने स्वयं को रेलवे सेवा से पृथक करने का निर्णय लेते हुए अपना त्यागपत्र भारतीय रेलवे के सक्षम अधिकारियों को सौप दिया है। राष्ट्र की सेवा में रेलवे द्वारा मुझे दिये गये इस अवसर के लिए मैं भारतीय रेलवे परिवार की सदैव आभारी रहूँगी।’

https://twitter.com/Phogat_Vinesh/status/1831965621631750353?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1831965621631750353%7Ctwgr%5E90f748f6f64dad9ec4277623a3549cc5c4e9b24a%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.ibc24.in%2Fcountry%2Fvinesh-phogat-resigned-from-railway-job-2691241.html

किस सीट से मिल सकता है टिकट ?

सूत्रों की मानें तो विनेश जींद की जुलाना या दादरी सीट से चुनाव लड़ सकती हैं। वहीं विनेश 11 सितंबर को नामांकन करेंगी, जबकि बजरंग पूनिया उनके प्रचार का जिम्मा संभालेंगे। वे चुनाव नहीं लड़ेंगे, लेकिन आधिकारिक तौर पर कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे।

हरियाणा में कब होगा चुनाव?

हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होगा। वहीं, मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। बता दें कि इससे पहले यह तारीख 1 और 4 अक्टूबर थी लेकिन चुनाव आयोग ने इसमें बदलाव कर दिया। आयोग ने इसके पीछे की वजह बताते हुए सफाई दी कि बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए यह फैसला लिया गया है। बिश्नोई समाज ने आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है। ये उस दिन अपने गुरु जम्बेश्वर की स्मृति में उत्सव मनाते हैं। राजस्थान की नोखा तहसील में पिछले करीब 490 साल से तो यह मेला लगातार आयोजित होता रहा है।BREAKING: राजधानी में ओवर रेट पर बेची जा रही थी शराब, 57 कर्मचारियों को आबकारी विभाग ने किया बर्खास्त