Uttarakhand Heavy Rain: उत्तराखंड में बारिश बनी आफत, 14 लोगों की मौत; 2 हजार से ज्यादा लोगों का हुआ रेस्क्यू

Uttarakhand Heavy Rain: उत्तराखंड में बारिश बनी आफत, 14 लोगों की मौत; 2 हजार से ज्यादा लोगों का हुआ रेस्क्यू

Uttarakhand Heavy Rain: देवभूमि उत्तराखंड में बारिश मौत का तांडव कर रही है। राज्य में भारी बारिश के कारण अब तक एक दर्जन से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है वहीं, कई लोग अब भी लापता है।

रुद्रप्रयाग जिले में बुधवार रात भारी बारिश के कारण हाईवे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए बचाव और राहत कार्य शुरू हो गए हैं। उत्तराखंड पुलिस के अनुसार, गुरुवार तक हेलीकॉप्टर से 737 लोगों को बचाया जा चुका है और कम से कम 2,670 लोगों को राहत कर्मियों द्वारा सोनप्रयाग पहुंचाया गया है।

उत्तराखंड पुलिस ने अपने आधिकारिक हैंडल एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किया, “श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग पर फंसे लोगों का बचाव कार्य जारी है। पूरे दिन हेलीकॉप्टर से 737 यात्रियों को बचाया गया। 2,670 यात्रियों को सोनप्रयाग पहुंचाया गया। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, डीडीआरएफ, जिला पुलिस और प्रशासन की टीमें निस्वार्थ भाव से श्रद्धालुओं की मदद कर रही हैं।”

 

 

गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना ने Mi17V5 और चिनूक का उपयोग करके केदारनाथ से बचाव अभियान शुरू कर दिया है। इससे पहले, उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने राज्य में भारी बारिश के बाद राहत और बचाव गतिविधियों के बारे में जानकारी दी, निवासियों और आगंतुकों से सावधानी बरतने और आधिकारिक आदेशों का पालन करने का आग्रह किया। टिहरी और रुद्रप्रयाग जिलों में भारी बारिश के कारण उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने गुरुवार को घोषणा की कि केदारनाथ यात्रा दो दिनों के लिए रोक दी गई है और 12 एनडीआरएफ और 60 एसडीआरएफ की टीमें बचाव कार्यों में मदद कर रही हैं।Olympics 2024 Day 7 : मनु भाकर लगाएंगी तीसरे मेडल के लिए निशाना, लक्ष्य सेन से भी पूरे देश को पदक की उम्मीद

 

 

उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार का कहना है कि हमें मौसम विभाग से राज्य में 48 घंटे तक भारी बारिश होने का अलर्ट मिला था। इस अलर्ट के मद्देनजर पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया था। कल रात से बारिश शुरू होने के बाद, हमें विभिन्न क्षेत्रों से भूस्खलन, चट्टान गिरने आदि की खबरें मिलनी शुरू हो गईं। राहत और बचाव के लिए कई जगहों पर टीमें भेजी गईं। मुख्यमंत्री ने टिहरी और रुद्रप्रयाग का दौरा किया और प्रभावित लोगों से मुलाकात की। अब तक विभिन्न जिलों में 11 लोगों की मौत हो चुकी है और 8 गंभीर रूप से घायल हैं। सुबह तक केदारनाथ में करीब 1000 लोग फंसे हुए थे और केदारनाथ के ट्रेक रूट पर 800 लोग फंसे हुए थे।

 

 

अधिकारी ने कहा कि मौसम की चेतावनी के कारण अगले दो दिनों के लिए यात्रा स्थगित कर दी गई है। उन्होंने बताया, ‘हमने यमुनोत्री और केदारनाथ ट्रेक रूट पर तीर्थयात्रियों की आवाजाही प्रतिबंधित कर दी है। राज्य सरकार ने केदारनाथ में फंसे लोगों को निकालने के लिए वायुसेना की मदद ली है। एनडीआरएफ, आईएनएस की 12 टीमें और एसडीआरएफ की 60 टीमें बचाव कार्य में लगी हुई हैं।’

बुधवार रात राज्य के कई इलाकों में भारी बारिश के कारण राजमार्ग, पैदल पुल, बिजली और पेयजल लाइनों और कृषि भूमि को काफी नुकसान पहुंचा है। केदारनाथ पैदल मार्ग पर कई जगहों पर भूस्खलन के कारण यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए केदारनाथ यात्रा फिलहाल रोक दी गई है।

 

 

गुरुवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने टिहरी और रुद्रप्रयाग में बारिश से प्रभावित जिलों का जमीनी दौरा किया। त्रासदी की सूचना मिलते ही सीएम पुष्कर सिंह धामी रात में ही राज्य त्रासदी संचालन केंद्र पहुंचे और राज्य भर में मूसलाधार बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।