Muzaffarpur Crime: 10वीं बार गर्भवती, ऑपरेशन के बाद 5 बच्चे हुए, पिता नीरज सिंह और मां जूली देवी ने एक बच्चा बेचा और दूसरे की ऑनलाइन बोली लगाई…

Muzaffarpur Crime: 10वीं बार गर्भवती, ऑपरेशन के बाद 5 बच्चे हुए, पिता नीरज सिंह और मां जूली देवी ने एक बच्चा बेचा और दूसरे की ऑनलाइन बोली लगाई…

Muzaffarpur Crime: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां गरीबी के कारण माता-पिता के द्वारा अपने बच्चे को बेचे जाने का मामला सामने आया है। मामला बेनीबाद थाना क्षेत्र के केवटसा गांव के निवासी नीरज सिंह और उनकी पत्नी जूली देवी का है, जो गरीबी से तंग आकर अपने बच्चे को बेच रहे हैं।

इसका वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें इनके द्वारा कहा जा रहा है कि मुझे बच्चे को बेचना है, अगर आपको बच्चा लेना है तो मेरे पास आइए। प्राप्त जानकारी के अनुसार दंपत्ति ने एक बच्चे को पहले ही बेच दिया है।

दरअसल, नीरज सिंह की शादी 17 वर्ष पहले गायघाट थाना क्षेत्र के मकरंदपुर निवासी जूली देवी के साथ हुई थी। जिसके बाद दोनों को 4 बच्चे हुए। इसके बाद दोनों ने यह निर्णय लिया कि बच्चा बंद होने के लिए परिवार नियोजन के ऑपरेशन कराएंगे। जूली देवी ने 2015 में आयोजित परिवार नियोजन के ऑपरेशन कैंप में ऑपरेशन कराया था।

इसके बावजूद ऑपरेशन के तीन वर्ष के बाद जूली देवी फिर से गर्भवती हो गई। इस तरह ऑपरेशन के बाद अभी तक इन दोनों को और 5 बच्चे हुए। अब जूली देवी 10वीं बार गर्भवती है। दोनों ने जिलाधिकारी से लेकर सिविल सर्जन तक कई बार शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब अंत में गरीबी से तंग आकर वह बच्चे को बेचने लगे हैं।

Muzaffarpur Crime: 10वीं बार गर्भवती, ऑपरेशन के बाद 5 बच्चे हुए, पिता नीरज सिंह और मां जूली देवी ने एक बच्चा बेचा और दूसरे की ऑनलाइन बोली लगाई…

नीरज सिंह और उनकी पत्नी जूली देवी का कहना है कि बच्चा बेचना कानूनन अपराध है, लेकिन उनके सामने कोई चारा नहीं बचा है। वे लोग इतने बच्चों की परवरिश नहीं कर पा रहे हैं। उनके घर में एक समय किसी तरह चूल्हा जल पाता है और समय उनके बच्चे गरीबी के कारण भूखे पेट रहते हैं।

दंपत्ति ने स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ कई बार शिकायत किया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। यहां तक कि उनके परिवार के कई लोगों का नाम भी राशन कार्ड से काट दिया गया, मतदाता सूची से भी नाम काट दिया गया है। अब बच्चों की संख्या अधिक होने के कारण और बच्चों का पालन पोषण नहीं हो पा रहा है। एक बच्चे को बेच भी चुके हैं।राज्यपाल के हाथों वरिष्ठ IPS अधिकारी रतन लाल डांगी को मिली पीएचडी की डिग्री