भारतीय बाजार में वाहन निर्माता अब पर्यावरण-अनुकूलता और ईंधन दक्षता में सुधार के लिए नई तकनीकों को अपना रहे हैं। मारुति सुजुकी एक नया फ्लेक्स-फ्यूल वेरिएंट, मारुति फ्रोंक्स फ्लेक्स फ्यूल, लॉन्च कर रही है। कंपनी इसे जापान मोबिलिटी एक्सपो 2025 में प्रदर्शित करेगी। भारतीय बाजार में इसके 2026 में लॉन्च होने की उम्मीद है।
मारुति फ्रोंक्स फ्लेक्स फ्यूल में क्या खास है?
मारुति फ्रोंक्स फ्लेक्स-फ्यूल वेरिएंट 2026 में लॉन्च होने की उम्मीद है। यह ईंधन के लिए पेट्रोल और इथेनॉल के मिश्रण का उपयोग करेगा। इसमें 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन होने की उम्मीद है, जो उच्च-इथेनॉल मिश्रणों (E20 और उससे ऊपर) पर सुचारू रूप से चलने के लिए कैलिब्रेटेड है।
मारुति फ्रोंक्स में ये बदलाव देखने को मिलेंगे।
कंपनी का दावा है कि मारुति फ्रोंक्स फ्लेक्स फ्यूल वेरिएंट एक ऐसे इंजन से लैस होगा जो उच्च इथेनॉल मिश्रणों पर बिना किसी समस्या के काम कर सकता है। यह पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ईंधन दक्षता में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम होगा। फ्रोंक्स का 1.2-लीटर इंजन E20 से भी ज़्यादा इथेनॉल मिश्रण के लिए डिज़ाइन किया गया है।
उच्च इथेनॉल मिश्रण पर चलने वाली कारें प्रदूषण को कम करेंगी और पर्यावरण के लिए फायदेमंद साबित होंगी। जैसे-जैसे भारत में इथेनॉल की आपूर्ति बढ़ेगी, यह फ्लेक्स-फ्यूल वाहन आम जनता के लिए एक अच्छा विकल्प बन सकता है। मारुति फ्रोंक्स फ्लेक्स फ्यूल भारतीय बाजार में एक बड़ा व्यावसायिक कदम भी साबित हो सकता है, क्योंकि यह स्टाइलिश और पर्यावरण के प्रति जागरूक उपभोक्ताओं को आकर्षित करेगा।
कंपनी की योजना
मारुति सुजुकी की योजनाएँ केवल फ्लेक्स-फ्यूल वाहनों तक ही सीमित नहीं हैं। कंपनी सीएनजी वाहनों के लिए गैस उपलब्ध कराने हेतु बायोगैस संयंत्रों के साथ भी काम कर रही है। इसका उद्देश्य भारत में पर्यावरण के अनुकूल वाहनों के विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला पेश करने के लिए फ्लेक्स फ्यूल, सीएनजी, बायोगैस और हाइब्रिड तकनीकों को एक साथ लाना है।