IOC का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 81% घटकर 2,643 करोड़ रुपए पर

IOC का शुद्ध लाभ पहली तिमाही में 81% घटकर 2,643 करोड़ रुपए पर

नई दिल्लीः देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) के चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही के शुद्ध लाभ में 81 प्रतिशत की बड़ी गिरावट आई है। रिफाइनरी तथा विपणन लाभ में कमी तथा सरकार नियंत्रित दरों पर घरेलू रसोई गैस सिलेंडर की लागत से कम दाम पर बिक्री की वजह से कंपनी का मुनाफा घटा है।

IOC ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में उसका एकल शुद्ध लाभ 2,643.18 करोड़ रुपए रहा है, जो एक साल पहले समान तिमाही में 13,750.44 करोड़ रुपए था। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी ने 11,570.82 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया था। इस तरह जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में भी कंपनी के मुनाफे में बड़ी गिरावट आई है।

कंपनी ने समीक्षाधीन तिमाही में प्रत्येक बैरल कच्चे तेल को ईंधन में बदलने पर 6.39 अमेरिकी डॉलर कमाए। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का सकल रिफाइनिंग मार्जिन 8.34 डॉलर प्रति बैरल था। डाउनस्ट्रीम ईंधन खुदरा कारोबार से कर-पूर्व आय 77 प्रतिशत घटकर 4,299.96 करोड़ रुपए रह गई। IOC से पहले BPCL और HPCL की कमाई में भी पहली तिमाही में गिरावट आई है। इसके अलावा, आईओसी को इस तिमाही में 5,156.23 करोड़ रुपए की LPG सब्सिडी का भुगतान भी नहीं किया गया है।

पेट्रोलियम मंत्रालय के आदेश के अनुसार, जब LPG सिलेंडर का बाजार निर्धारित मूल्य (एमडीपी) ग्राहक के लिए उसकी प्रभावी लागत (ईसीसी) से कम होता है, तो पेट्रोलियम विपणन कंपनियों (ओएमसी) को भविष्य में समायोजन के लिए अंतर को एक अलग ‘बफर’ खाते में रखना होता है। आईओसी ने कहा, ”हालांकि, 30 जून 2024 तक कंपनी के पास 5,156.53 करोड़ रुपए का संचयी शुद्ध नकारात्मक ‘बफर’ था, क्योंकि खुदरा बिक्री मूल्य एमडीपी से कम था।” सरकार को सब्सिडी के माध्यम से इसकी पूर्ति करनी है।EaseMyTrip 2024: 500 युवाओं को इंटर्नशिप के साथ वेतन, सीईओ निशांत पिट्टी ने कहा- गुरुग्राम में दफ्तर खोला