Ganesh Chaturthi 2024: गणपति बप्पा से सजे पंडाल, आज होगा बप्पा का भव्य स्वागत

Ganesh Chaturthi 2024: गणपति बप्पा से सजे पंडाल, आज होगा बप्पा का भव्य स्वागत

नई दिल्ली/ टीम डिजिटल। गणपति बप्पा का आगमन आज से होने वाला है घर हो या पंडाल दिल्ली में जगह जगह विराजेंगे गणपति बप्पा। गणेश चतुर्थी का असली रंग मुम्बई में देखने को मिलता है पिछले कुछ समय से दिल्ली में भी गणपति की दीवानगी देखने को मिल रही है।

मुम्बई की तर्ज पर दिल्ली में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

दिल्ली में कई स्थानों पर गणपति की मूर्ति विराजमान होगी। इसके लिए कई संस्थाओं ने थीम पर आधारित पंडाल तैयार भी किये हैं। श्री गणेश सेवा मंडल, दिल्ली (रजि.), लक्ष्मीनगर द्वारा आयोजित दिल्ली के सबसे लोकप्रिय 23वें गणेश महोत्सव का आयोजन कर रहे हैं। लक्ष्मी नगर, बैंक एनक्लेव के प्रियदर्शनी विहार स्थित डीडीए मिनी क्रिकेट स्टेडियम में गणेश चतुर्थी के लिए पंडाल लगाया गया है।

गणेश महोत्सव की इस बार थीम विकसित भारत 2047 रखी गई है। दिल्ली का महाराजा गणेश महोत्सव का आयोजन आज से शुरू होकर 11 सितंबर तक किया जाएगा। पंडाल के मुख्य द्वार पर महाराष्ट्र के सिद्धिविनायक की झलकियाँ देखने को मिलेगी। इस बात की जानकारी श्री गणेश सेवा मंडल के संस्थापक अध्यक्ष महेंद्र लड्डा ने दी। लड्डा ने बताया कि पिछले साल हमने चंद्रयान 3 एवं जी 20 को दर्शाया था। इस बार हमारी थीम, विकसित भारत 2047 है। जिसके तहत प्रगति का प्रारूप बंदे भारत ट्रेन का मॉडल प्रस्तुत कर रहे हैं।

दिल्ली के सबसे बड़े पंडाल में विराजे है इको-फ्रेंडली बप्पा

बुराड़ी इलाके में यहां का सबसे बड़ा गणपति पंडाल सजता है। इस पंडाल की बराबरी मुंबई के लालबाग से भी की जाती है। हर साल हर पंडाल की थीम अलग होती है। कुछ पंडाल सांस्कृतिक थीम पर होते हैं तो कुछ मॉडर्न थीम पर बनाए जाते हैं। दिल्ली में इस बार बप्पा की मूर्ति इको-फ्रेंडली बनाई गई है। हालांकि, अब तक यहां की थीम को लेकर कोई खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन पंडाल को हर साल की तरह भव्य और खूबसूरत बनाया गया है। दिल्ली के बुराड़ी में सांसद मनोज तिवारी ने साल 2015 में पहली बार लालबाग जैसे आलिशान पंडाल सजवाया था।

उन्होंने कहा था कि लोग लालबाग के दर्शन करने मुंबई जाते हैं, हम दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए यहीं लालबाग का आयोजन करवाएंगे। यह पंडाल लगभग 6,00,000 वर्ग क्षेत्र तक फैला है। इसका फर्श लकडिय़ों का बनाया जाता है जिस पर 5 लाख लोगों के खड़े होने की व्यवस्था होती है। इस उत्सव में गणेश मूर्ति के अलावा बच्चों के लिए झूले भी लगाए जाते हैं। यहां शाम के समय सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित होंगे।Haryana Congress : सीएम सैनी के खिलाफ मेवा सिंह, गढ़ी सांपला-किलोई से ताल ठोकेंगे हुड्डा, 28 विधायकों को चुनावी मैदान में उतारा