बैठक के दौरान हिट एंड रन मामलों पर विशेष ध्यान दिया गया, जिसमें पीड़ित परिवारों को मुआवजा राशि शीघ्र उपलब्ध कराने के लिए कागजी कार्यवाही पूरी कर दावा अधिकारियों को प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए। साथ ही, मुख्य मार्गों पर आवारा पशुओं से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर विशेष टीम का गठन करने और पशुओं को मुख्य मार्गों से हटाने के निर्देश दिए गए।
एडीजी गुप्ता ने “गुड सेमेरिटन” (अच्छे नागरिक) को प्रोत्साहित करने और सड़क किनारे होटल, ढाबा, और पान ठेला संचालकों को “सड़क सुरक्षा मितान” के रूप में गठित करने पर जोर दिया। इससे दुर्घटनाओं के दौरान गोल्डन ऑवर में पीड़ितों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी, जिससे जीवन बचाने में मदद मिलेगी।
बैठक में सड़क दुर्घटनाओं के वास्तविक कारणों का विश्लेषण कर उन्हें दूर करने के निर्देश दिए गए। यातायात जागरूकता सामग्री और उपकरणों का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित करने के साथ ही, राज्य स्तरीय IRad एप्लीकेशन में दुर्घटना संबंधी सभी प्रविष्टियां समय पर दर्ज करने पर भी जोर दिया गया।
इसके अलावा, वर्ष 2024 के लिए चिन्हित दुर्घटनाजन्य स्थलों (ब्लैक स्पॉट्स) का नियमित निरीक्षण, स्थानीय निवासियों को यातायात के प्रति जागरूक करने और नियमित प्रवर्तन कार्रवाई जारी रखने के निर्देश भी दिए गए।CM साय ने महान विचारक पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर किया नमन