कोरबा में वैशाली नगर निवासी 28 वर्ष दीपक यादव की सड़क हादसे में मौत हो गई इसके बाद शव जिला मेडिकल कॉलेज में घण्टो पड़ा रहा परिजन पोस्टमार्टम कराने दर-दर भटकते रहे। मृतक के परिजन ने बताया कि दीपक एसईसीएल में कुसमुंडा स्थित वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में काम करता था गुरुवार की शाम अपने दो दोस्तों के साथ किसी काम से दर्री प्रगति नगर जा रहे थे इस दौरान दर्री प्रगति नगर मोड़ के पास सामने से आ रही तेज रफ्तार बाइक से टकरा गए जहां इस हादसे में चार लोग घायल हो गए जिन्हें राहगीरों की मदद से जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया।
इस हादसे में दीपक की हालत बेहद गंभीर थी और इलाज के दौरान उसकी रात 10:00 बजे लगभग मौत हो गई मौत के बाद सुबह होने पर परिजन जिला अस्पताल चौकी पहुंचे जहां मृतक दीपक का मेमो 12 घंटे बीत जाने के बाद भी नहीं पहुंचा था इसके बाद मृतक के परिजन जिला अस्पताल पहुंचे और डॉक्टर से बात करना चाहा तो उन्हें संतोष जनक जवाब नहीं मिला पर जिन्होंने आरोप लगाया कि वह 4 से 5 डॉक्टर के पास मोमो के लिए गए हुए थे लेकिन सभी एक दूसरे पर डाल रहे थे।
परिजन जब जिला अस्पताल चौकी पहुंचकर इसकी जानकारी चौकी प्रभारी दाऊद कुजूर को दि तो वो स्वयं अस्पताल पहुंचे इस दौरान उनके साथ भी डॉक्टर ने अभद्रता की। चौकी प्रभारी ने बताया कि डॉक्टर की सवैया के बाद वह वापस आ गए और जिला मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन से बातचीत की उसके बाद मेमो भेजा गया जिसमें कई त्रुटियां थी उन्हें वापस कर फिर से मेमो मांगा गया है इसके उपरांत पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जाएगी।
Korba News: सड़क हादसे में SECL कर्मी की मौत, मेडिकल कॉलेज में पड़ा रहा शव, Post Mortem कराने के लिए भटकते रहे परिजन
इस घटना के बाद परिजन काफी परेशान नजर आए और दर-दर भटकते रहे मृतक के भाई की आंख से आंसू रुक नहीं रहा था उनका कहना था कि अगर समय पर पोस्टमार्टम नहीं हुआ तो उन्हें अंतिम संस्कार करने में काफी परेशानी होगी। इस हादसे में दीपक यादव के दो अन्य साथी जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती है जिनका इलाज चल रहा है।