भानुप्रतापपुर : छत्तीसगढ़ के अंतागढ़ क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गई जब 9वीं कक्षा के एक छात्र ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 13 वर्षीय साहिल उइके के रूप में हुई है, जो नयापारा इलाके में स्थित एक छात्रावास में रहकर पढ़ाई कर रहा था। यह दर्दनाक घटना गुरुवार को उस समय सामने आई जब छात्र की मां त्योहारी कारणों से अपने गांव गई हुई थी। जानकारी के अनुसार साहिल की मां अंतागढ़ में ही रहती है और वह हरेली पर्व मनाने के लिए गुरुवार सुबह अपने गांव गई थीं।
इस दौरान साहिल ने हॉस्टल से बाहर निकलकर घर में फांसी लगाकर जान दे दी। खास बात यह रही कि छात्रावास से उसका घर महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। शाम को जब मां गांव से लौटकर आई तो घर का दरवाजा भीतर से बंद मिला। काफी आवाज लगाने के बावजूद जब दरवाजा नहीं खुला, तब पड़ोसियों की मदद से दरवाजा तोड़ा गया।
अंदर का नजारा देख मां और आस-पड़ोस के लोग स्तब्ध रह गए – साहिल फांसी के फंदे पर झूल रहा था। घटना की सूचना मिलते ही अंतागढ़ पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को गंभीरता से लेते हुए इसे संदिग्ध माना। पुलिस ने तुरंत एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम को बुलाया, हालांकि एफएसएल टीम शुक्रवार को दोपहर लगभग 12 बजे घटनास्थल पर पहुंची, तब तक शव फंदे पर ही लटका हुआ था। एफएसएल जांच के बाद शव को नीचे उतारा गया और पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया गया। इधर छात्रावास के अधीक्षक सागर कोचे ने बताया कि साहिल मंगलवार को हॉस्टल से स्कूल तो गया था, लेकिन उसके बाद से वह हॉस्टल नहीं लौटा था।
पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि इस दौरान छात्र कहां था और किन परिस्थितियों में उसने आत्मघाती कदम उठाया। अंतागढ़ एसडीओपी ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। अभी तक आत्महत्या के पीछे के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस परिजनों, हॉस्टल स्टाफ और स्कूल से जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस सतर्कता से जांच कर रही है ताकि छात्र की आत्महत्या के पीछे छिपे कारणों की पूरी सच्चाई सामने लाई जा सके।