बेंगलुरु मर्डर केस: महालक्ष्मी से प्यार करता था, लेकिन… कटर से काटने वाला तो मर गया, पर दुनिया से जाते-जाते बताया- 2 सितंबर की रात का सच?
बेंगलुरु में श्रद्धा वॉकर जैसा मर्डर केस सामने आया है. बेंगलुरु में 21 सितंबर को एक घर से तेज बदबू आने लगी, जिसके बाद पड़ोसियों ने इसकी खबर घर में रहने वाली लड़की महालक्ष्मी की मां और बहन को दी.
जब वह घर आए तो उन्होंने गेट तोड़कर अंदर घुसे और उन्होंने जो पहली बार देखा तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ. असल में महालक्ष्मी के बॉडी को कई टुकड़ों में काटकर फ्रिज में रखे गए थे. इतना ही नहीं जब वह घर में घुसे तो हर जगह उन्हें कीड़े ही कीड़े मिले. इस केस में नया मोड़ बुधवार को आया जब पुलिस आरोपी के करीब पहुंच गई थी लेकिन उससे पहले उस संदिग्ध का शव मिला. शव के साथ पुलिस को एक नोट भी मिला जिसमें उसने अपना गुनाह कबूल भी किया है.
महालक्ष्मी की हत्या के बाद उनके शव के टुकड़ों को उनके ही घर के फ्रिज में रखा गया था. इस मामले में मुक्तिरंजन प्रताप राय मुख्य संदिग्ध आरोपी था. लेकिन इस मुक्तिरंजन का शव भुइनपुर गांव में मिला. 21 सितंबर को महालक्ष्मी के शरीर के टुकड़े उनके ही घर के फ्रिज में मिले थे. इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया. पुलिस इस नतीजे पर पहुंची थी कि इस मामले में मुक्तिरंजन राय ही संदिग्ध है.
मुक्तिरंजन राय के सुसाइड नोट में क्या कहा गया है?
मुक्तिरंजन राय ने अपने आखिर नोट में कहा है कि वह मैं महालक्ष्मी से बहुत प्यार करता था. लेकिन वह मेरे साथ बिल्कुल भी अच्छा व्यवहार नहीं कर रही थी. महालक्ष्मी अपहरण केस में मुझे फंसाने की कोशिश कर रही थी. मैंने उस पर बहुत पैसे खर्च किए. लेकिन उसने मेरी कद्र नहीं की. इसलिए मैंने उसे मार डाला.
बेंगलुरु मर्डर केस: महालक्ष्मी से प्यार करता था, लेकिन… कटर से काटने वाला तो मर गया, पर दुनिया से जाते-जाते बताया- 2 सितंबर की रात का सच?
2 सितंबर की रात की थी महालक्ष्मी की हत्या
पुलिस के मुताबिक, 21 सितंबर को बेंगलुरु की एक बिल्डिंग के एक घर से बदबू आने लगी. महालक्ष्मी नाम की महिला का शव 20 से ज्यादा टुकड़ों सिक फ्रिज में रखा गया था. पुलिस ने बताया कि महालक्ष्मी की हत्या 2 या 3 सितंबर को की गई थी. मुक्तिरंजन राय के संबंध में पुलिस ने बताया कि मुक्तिरंजन और महालक्ष्मी एक ही मॉल में काम करते थे. एक ही दुकान में काम करने के कारण दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानने लगे.
पुलिस ने और क्या जानकारी दी?
बेंगलुरु के पुलिस उपायुक्त शेखर टेक्कन्नवर ने बताया कि मुक्तिरंजन राय ने आत्महत्या की है. पुलिस के मुताबिक, राय ने एक पेड़ से फांसी लगा ली. मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी शांतनु कुमार ने बताया कि शव के साथ एक सुसाइड नोट मिला है. हमने मुक्तिरंजन राय की पहचान कर ली है. पुलिस के मुताबिक, मुक्तिरंजन द्वारा लिखे गए सुसाइड नोट में उन्होंने महालक्ष्मी की हत्या करने और उनके शरीर के हिस्सों को फ्रिज में रखने की बात स्वीकार की है. ओडिशा पुलिस के मुताबिक, मुक्तिरंजन राय ने बुधवार सुबह 5 बजे से 5.30 बजे के बीच आत्महत्या की. पुलिस उसकी लोकेशन तलाश कर उसे गिरफ्तार करने जा रही थी लेकिन उससे पहले ही उसने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली.मासूम बच्चियों का यौन शोषण, गिरफ्त में आरोपी और चलती वैन में एनकाउंटर… जानें- HC ने पुलिस की कहानी पर क्या सवाल उठाए