इंस्टाग्राम का बड़ा अपडेट: 18 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए यह फीचर लांच

इंस्टाग्राम का बड़ा अपडेट: 18 साल से कम उम्र के यूजर्स के लिए यह फीचर लांच

मेटा प्लेटफार्म ने अपने इंस्टाग्राम सोशल मीडिया के यूजर्स के लिए बड़ा अपडेट किया है। मेटा ने 18 साल से कम आयु के यूजर्स के इंस्टाग्राम अकाउंट्स को टीन अकाउंट्स में पोर्ट करने का ऐलान किया है।

इन यूजर्स के अकाउंट को प्राइवेसी और पैरेंटल कंट्रोल से लैस किया जाएगा। यह डिफाल्ट रूप से प्राइवेट अकाउंट होंगे। इनकी सारी एक्टिविटीज प्राइवेट अकाउंट्स की तरह होगी और कोई अनजान यूजर एक्सेस नहीं कर पाएगा।

मेटा ने कहा कि अमेरिका, यूके, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के किशोर यूजर्स को 60 दिनों के भीतर टीन अकाउंट में पोर्ट कर दिया जाएगा। जबकि इस साल के अंत में यूरोपीय संघ में टीन अकाउंट्स में किशोर यूजर्स को पोर्ट किया जाएगा। जनवरी से दुनिया भर के किशोरों को टीन अकाउंट मिलने शुरू हो जाएंगे।

क्या है इंस्टाग्राम का बड़ा अपडेट?

मेटा प्लेटफार्म ने सोशल मीडिया पर बढ़ी नकरात्मकता की चिंताओं को देखते हुए नया अपडेट किया है। कंपनी ने मंगलवार को ऐलान किया कि Instagram अकाउंट्स को आटोमैटिकली टीन अकाउंट में पोर्ट कर दिया जाएगा जिन यूजर्स की उम्र 18 साल से कम है। ऐसे अकाउंट्स डिफाल्ट रूप से प्राइवेट खाते में बदल जाएंगे। प्राइवेट अकाउंट्स के यूजर्स को मैसेज या टैग उनको फॉलो करने या पहले से जुड़े होने पर ही दिया जा सकता है। कंपनी ने बताया कि टीन अकाउंट्स के लिए संवेदनशील कंटेंट सेटिंग ऑन कर दिया जाएगा जिसकी वजह से यहां अधिक प्रतिबंध रहेगा और ऑफेंसिव कंटेंट नहीं दिखेगा।

मेटा ने बताया कि 16 वर्ष से कम आयु के यूजर्स केवल माता-पिता की अनुमति से डिफ़ॉल्ट सेटिंग बदल सकते हैं। माता-पिता को यह निगरानी करने के लिए सेटिंग्स का एक सूट भी मिलेगा कि उनके बच्चे किसके साथ जुड़ रहे हैं और ऐप के उनके उपयोग को लिमिटेड किया जा सकेगा।

अपडेट के अनुसार, 18 वर्ष से कम आयु के Instagram यूजर्स को रोज 60 मिनट के बाद ऐप बंद करने के लिए मैसेज दिया जाएगा। अकाउंट, एक डिफ़ॉल्ट स्लीप मोड के साथ भी होगा जो रात भर अलर्ट को साइलेंट कर देगा।

क्यों किया जा रहा है यह अपडेट?

सोशल मीडिया के उपयोग की वजह से नेगेटिव प्रभाव पर कई तरह की स्टडी सामने आई है। रिसर्च के अनुसार, सोशल मीडिया के उपयोग से अवसाद, चिंता और सीखने की अक्षमता बढ़ रही। यह प्रभाव युवा यूजर्स पर अधिक है।

सोशल मीडिया की लत पर कई केस लंबित

मेटा, TikTok और YouTube पर पहले से ही सोशल मीडिया की लत को लेकर बच्चों के परिजन व स्कूलों की ओर से सैकड़ों केस कोर्ट मकें दायर हैं। पिछले साल 2023 में कैलिफोर्निया और न्यूयॉर्क सहित 33 अमेरिकी राज्यों ने कंपनी पर अपने प्लेटफ़ॉर्म के खतरों के बारे में जनता को गुमराह करने के लिए मुकदमा दायर किया था।

दरअसल, Facebook, Instagram और TikTok सहित शीर्ष प्लेटफ़ॉर्म 13 वर्ष और उससे अधिक आयु के उपयोगकर्ताओं को साइन अप करने की अनुमति देते हैं। बीते जुलाई में अमेरिकी सीनेट ने दो ऑनलाइन सुरक्षा बिल – द किड्स ऑनलाइन सेफ्टी एक्ट और द चिल्ड्रन एंड टीन्स ऑनलाइन प्राइवेसी प्रोटेक्शन एक्ट को लागू किया था। यह सोशल मीडिया कंपनियों को इस बात की ज़िम्मेदारी लेने के लिए बाध्य करेगा कि उनके प्लेटफ़ॉर्म बच्चों और किशोरों को कैसे प्रभावित करते हैं।Pitru Paksha 2024: पितृपक्ष का पहला श्राद्ध 18 सितंबर को, जानिए तर्पण की विधि और तिथियां